जब देह -यात्रा पूरी हो ,
आशा ना कोई अधूरी हो !
हम रहे किसी से दूर मगर ,
दिल से दिल के ना दूरी हो !
बिछड़े तो रोदन साज बने ,
मिल के बिछड़े तो ताज बने ,
खुशियों से दुनिया भरी परी,
हम मार झपट्टा बाज़ बने !
ईश्वर से उमर ना मांग प्रिये ,
मांगो तो प्यार की बारिश लो !
दिन कम ही हैं इस जीवन के
मीठा बोलो दिल को खोलो !
साँसों पर जीवन का कब्जा ,
ना हुआ कभी ना होएगा !
जब सांस ही अपनी नहीं है तो ,
तू किस-किस दुःख पर रोएगा ?
हे ईश्वर भरो दुलार -भाव,
हे ईश्वर भरो दुलार -भाव,
सबके दिल में ,सबके ही लिये !
हम प्यार बिना जीवन ये जीये
ऐसी भी ना मजबूरी हो !!
--------- तनु थदानी
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